बादल की कोई चादर नहीं
उसमें एक भरा पूरा
चाँद चमक रहा है
नीचे एक झील है
बिल्कुल शांत
उसमे कोई तरंग नहीं
एक आइने की तरह ही उसमें
पूरा चाँद चमक रहा है
वो कहते हैं मुझसे अब तुम्हें मरना होगा शूली पर चढ़ना होगा खेले खूब धूम मचाया जग से क्या कुछ न पाया पर तुम पा न सके उसे जिसकी तुम्हें जु...
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