ओ मेरे राघव मेरे राम
जीवन मेरा तेरे नाम
बस इतना कह दो मुझसे
आऊँ कैसे मैं तेरे काम
तेरी राह पे चलते चलते
पा जाऊँगा अपना मुक़ाम
चरणों में रहने दो मुझे
दुःख चाहे दे दो तमाम
फिसल जाऊँ जब दुनिया में
बाहें मेरी तू लेना थाम
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