लगता है उसके पास
बस दो कमीज़ें हैं
नीली और उजली
उन्ही को वो बदल-बदल
दिन में पहनता है
और रात को ठण्ड में
एक काली चादर ओढ़ लेता है
कभी-कभी जब
उसकी कमीज़ पे
काले-काले धब्बे पड़ जाते हैं
तो जाने कहाँ से
बौछारें आ जाती हैं ऊपर से
और धब्बों को मिटा जाती हैं
कुल मिला जुला कर
इन्ही कपड़ों में
मैनेज कर लेता है बेचारा
सचमुच कितना मुफ़लिस है
आसमां ....
बस दो कमीज़ें हैं
नीली और उजली
उन्ही को वो बदल-बदल
दिन में पहनता है
और रात को ठण्ड में
एक काली चादर ओढ़ लेता है
कभी-कभी जब
उसकी कमीज़ पे
काले-काले धब्बे पड़ जाते हैं
तो जाने कहाँ से
बौछारें आ जाती हैं ऊपर से
और धब्बों को मिटा जाती हैं
कुल मिला जुला कर
इन्ही कपड़ों में
मैनेज कर लेता है बेचारा
सचमुच कितना मुफ़लिस है
आसमां ....
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