अधूरे ख़्वाबों का मुसलसल सिलसिला ही सही
ज़िन्दगी नाकामियों का एक क़ाफ़िला ही सही
बुलंदियों की ख्वाहिशें क्यूँकर हो कम मगर
उड़ जाआदमी, तू पानी का एक बुलबुला ही सही 

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तुम्हें मरना होगा

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