छूट गया जो हमसे मुझे उस डगर की याद आती है
मुकम्मल हो सकता था जो उस सफर की याद आती है
उस शामो-सहर की, उस बामो-दर की याद आती है
घर से जाने के बाद मुझे अपने घर की याद आती है
ख्वाब देखा था जिसका उस मंजर की याद आती है
मुकम्मल हो सकता था जो उस सफर की याद आती है
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