मेरे नाम के हिस्से में
एक शाम सुहानी लिख देना
नाम मेरा कोई पूछे तो
बस तेरी दीवानी लिख देना
याद मेरी जो आये तो
अश्क़ों को हर्फ़ बना लेना
शब् की स्याह शफहों पर तुम
दिल की कहानी लिख देना
याद है तुमको वो पल क्या
जब तुम जाने वाले थे
आँखों से तूने जो पोछा था
उसको न पानी लिख देना
बरस रहे थे हम तुम दोनों
भींग रहे थे हम तुम दोनों
खामोशी में जो जन्मी थी वो
नज़म पुरानी लिख देना
गीत जो हमने गाये थे
कसमें जो हमने खायी थीं
मैं उनमे जीने मरने लगी
इसे बस नादानी लिख देना
एक शाम सुहानी लिख देना
नाम मेरा कोई पूछे तो
बस तेरी दीवानी लिख देना
याद मेरी जो आये तो
अश्क़ों को हर्फ़ बना लेना
शब् की स्याह शफहों पर तुम
दिल की कहानी लिख देना
याद है तुमको वो पल क्या
जब तुम जाने वाले थे
आँखों से तूने जो पोछा था
उसको न पानी लिख देना
बरस रहे थे हम तुम दोनों
भींग रहे थे हम तुम दोनों
खामोशी में जो जन्मी थी वो
नज़म पुरानी लिख देना
गीत जो हमने गाये थे
कसमें जो हमने खायी थीं
मैं उनमे जीने मरने लगी
इसे बस नादानी लिख देना
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